कालसर्प दोष निवारण मंत्र

कालसर्प दोष निवारण मंत्र – महत्व, लाभ और उपासना विधि

कालसर्प दोष ज्योतिष शास्त्र में एक विशेष योग की तरह स्वीकार्य माना गया है जो जातक के जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव और कठिनाइयाँ पैदा करता है। जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु और केतु सभी ग्रहों को अपने बीच में शामिल कर लेते हैं, तब कालसर्प योग का निर्माण होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कालसर्प दोष को शांत करने के कई विधियाँ बताई जाती हैं, जिनमें विशेष रूप से मंत्र जाप और पूजा-पाठ का महत्व सर्वोपरि है। आज हम विस्तार से यह जानने का प्रयास करेंगे कि कालसर्प दोष निवारण मंत्र क्या है, इसके क्या फायदे हैं और इसे करने की सही विधि क्या है। 

कालसर्प दोष निवारण मंत्र

कालसर्प दोष निवारण मंत्र का महत्व

मंत्र जप वैदिक परंपरा का एक अभिन्न अंग है। श्रद्धा और पूर्ण विश्वास के साथ मंत्र का उच्चारण करने पर साधक की ऊर्जा ब्रह्मांड से जुड़ती है और नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं।

कालसर्प दोष निवारण मंत्र का जाप करने पर:

  • जीवन में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
  • मानसिक शांति और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।
  • राहु और केतु के दुष्प्रभाव कम होते हैं।
  • आर्थिक और सामाजिक जीवन में स्थिरता आती है।
  • आध्यात्मिक उन्नति का रास्ता प्रशस्त होता है।

प्रमुख कालसर्प दोष निवारण मंत्र

1. महामृत्युंजय मंत्र

इस मंत्र को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसका नियमित जाप कालसर्प दोष का प्रभाव कम करता है।

2. राहु बीज मंत्र

राहु का बीज मंत्र जाप करने पर राहु ग्रह का संतुलन होता है और खराब प्रभाव दूर हो जाते हैं।

3. केतु बीज मंत्र

केतु ग्रह के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप अत्यंत फलदायी माना गया है।

4. विशेष कालसर्प दोष निवारण मंत्र

कालसर्प दोष के लिए विशेष रूप से कुछ वैदिक और तांत्रिक मंत्रों का भी प्रयोग किया जाता है, जिन्हें योग्य गुरु की देखरेख में जपना चाहिए।

कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप की विधि

स्थान और समय 

 मंत्र जाप प्रातःकाल या सायंकाल किसी शांत और पवित्र स्थान पर करना चाहिए।

संकल्प 

 मंत्र जप से पहले भगवान शिव का ध्यान करें और संकल्प लें।

माला का उपयोग 

 रुद्राक्ष की माला से मंत्र का जाप करना अत्यधिक फलदायी होता है।

क्रम 

 सामान्यतः 108 बार मंत्र जाप किया जाता है। गुरु के निर्देशानुसार 1,25,000 बार का जाप विशेष लाभदायक होता है।

भोग और अर्पण 

 जप के उपरांत भगवान शिव को बेलपत्र, दूध, जल और धूप अर्पित करना।

कालसर्प दोष निवारण मंत्र के लाभ

  • जीवन में होने वाली बाधाएँ दूर होती हैं।
  • नौकरी और व्यवसाय में सफलता मिलती है।
  • दांपत्य जीवन और संबंधों में सुधार होता है।
  • संतान सुख और स्वास्थ्य में बढ़ोत्तरी होती है।
  • मन में शांति और स्थिरता आती हैं।

सावधियाँ

  • मंत्र जाप हमेशा शुद्ध और पवित्र मन से करें।
  • किसी योग्य गुरु से मंत्र दीक्षा लेकर ही इसका उच्चारण करें।
  • नियमपूर्वक और नियमित रूप से जप करना आवश्यक है।
  • नकारात्मक विचारों और क्रोध से बचें बचें।

निष्कर्ष

कालसर्प दोष जीवन में कई कठिनाइयाँ ला सकता है, लेकिन अगर श्रद्धा और विश्वास के साथ मंत्र जाप और पूजा की जाए, तो इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

यदि आप कालसर्प दोष से पीड़ित हैं और इसके निवारण के लिए सही मार्गदर्शन चाहते हैं, तो त्र्यंबकेश्वर (नासिक) में पंडित शिवेंद्र गुरु जी से संपर्क करना सर्वोत्तम रहेगा। वे वर्षों से कालसर्प पूजा और मंत्र जाप कराकर असंख्य लोगों को लाभान्वित कर चुके हैं। उनकी विधिवत पूजा और सटीक मार्गदर्शन से आपको जीवन में सकारात्मक परिणाम अवश्य प्राप्त होंगे।

लेखक: शिवेंद्र गुरु जी

सटीक और प्रामाणिक पूजा के लिए, शिवेंद्र गुरु जी त्र्यंबकेश्वर में काल सर्प पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ पंडित हैं। वर्षों के अनुभव और बेजोड़ आध्यात्मिक अनुशासन के साथ, वे सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक अनुष्ठान सटीकता, पवित्रता और दिव्य ऊर्जा के साथ किया जाए।

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कालसर्प दोष निवारण मंत्र से जुड़े सामान्य प्रश्न

क्या मंत्र जाप से ही कालसर्प दोष दूर हो सकता है?

मंत्र जाप से दोष के दुष्परिवर्तन काफी हद तक कम हो जाते हैं, परंतु पूर्ण शांति के लिए कालसर्प पूजा अनिवार्य मानी जाती है।

कालसर्प दोष निवारण मंत्र किस काल में करना चाहिए?

यह मंत्र किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन नाग पंचमी, महाशिवरात्रि और सोमवार के दिन इसका विशेष महत्व होता है।

घर पर मंत्र जाप करना संभव है?

हाँ, आप घर पर भी मंत्र जाप कर सकते हैं, लेकिन सही विधि और उच्चारण जानना आवश्यक है। इसके लिए गुरु का मार्गदर्शन लेना उत्तम है।

मंत्र जाप के लिए कौन सी माला का उपयोग करें?

रुद्राक्ष की माला सबसे शुभ मानी जाती है।

क्या कालसर्प दोष की शांति मंत्रों से ही होती है या पूजा भी करनी होती है?

मंत्र जाप दोष को शांत करता है, परन्तु पूर्ण लाभ के लिए त्र्यंबकेश्वर नासिक में विशेष कालसर्प पूजा करना सर्वश्रेष्ठ है।

Reference:

https://www.jagran.com/spiritual/religion-chant-these-mantras-on-the-day-of-ashadh-amavasya-to-get-rid-of-kalsarp-dosh-23444244.html

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