रुद्राक्ष को भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है। संस्कृत में ‘रुद्र’ का अर्थ भगवान शिव और ‘अक्ष’ का अर्थ आँसू है। पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान शिव गहन तपस्या में लीन थे और उनकी आँखों से आँसू की बूँदें गिरीं, तो उन्हीं बूँदों से रुद्राक्ष वृक्ष का उद्भव हुआ। इसीलिए रुद्राक्ष को शिव का प्रतीक माना जाता है।
रुद्राक्ष धारण करने के कारण न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है, बल्कि मानसिक शांति, स्वास्थ्य और भौतिक सुख-समृद्धि भी प्राप्त होती है। इसी कारण प्राचीन काल से लेकर दिन-प्रतिदिन तक साधक, योगी और भक्त रुद्राक्ष को धारण करते आ रहे हैं।

रुद्राक्ष का महत्व
आध्यात्मिक उन्नति
रुद्राक्ष साधना और ध्यान में मन को केंद्रित करता है।
मानसिक शांति
इसको धारण करने पर तनाव, क्रोध और भय दूर होता है।
स्वास्थ्य लाभ
रुद्राक्ष हृदय रोग, रक्तचाप और मानसिक रोगों में फायदेमंद है।
ग्रह दोष निवारण
पहनने पर राहु, केतु और शनि दोष का प्रभाव कम होता है।
सकारात्मक ऊर्जा
यह नकारात्मक शक्तियों की रक्षा करता है और सकारात्मकता का संचार करता है।
रुद्राक्ष के प्रकार और उनके फायदे
1 मुखी रुद्राक्ष
- भगवान शिव का चिह्न
- मोक्ष देने वाला
- मन को शांत करता है।
2 मुखी रुद्राक्ष
- अर्धनारीश्वर का चिह्न
- दांपत्य जीवन में सुख और सामंजस्य लाता है
3 मुखी रुद्राक्ष
- अग्नि देव का प्रतीक
- पाप कर्मों से मुक्ति दिलाता है
5 मुखी रुद्राक्ष
- सर्वाधिक प्रचलित
- मानसिक शांति और लंबी आयु देता है
6 मुखी रुद्राक्ष
- भगवान कार्तिकेय का प्रतीक
- बुद्धि और ज्ञान प्रदान करता है
11 मुखी रुद्राक्ष
- हनुमान जी का प्रतीक
- साहस, आत्मविश्वास और विजय प्रदान करता है
(इसी प्रकार 1 से 21 मुखी रुद्राक्ष तक के अपने-अपने विशेष महत्व और लाभ बताए गए हैं.)
रुद्राक्ष धारण करने के नियम
- सोमवार या किसी शुभ मुहूर्त में रुद्राक्ष पहनें।
- रुद्राक्ष को गंगाजल और दूध से साफ करें।
- ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप कर पहनें।
- रुद्राक्ष को हमेशा साफ और पवित्र रखना। नहीं.
- इसे अपवित्र स्थान पर न रखें।
रुद्राक्ष धारण करने के लाभ
- मन की अशांति और तनाव खत्म होता है।
- पढ़ाई और करियर में सफलता होती है।
- ग्रह दोष और कालसर्प दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
- धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- बीमारियों से छुटकारा और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
- आध्यात्मिक विकास होता है।
निष्कर्ष
रुद्राक्ष एक बीज नहीं, भगवान शिव का ऊर्जा प्रतीक है। इसे धारण करने पर जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। रुद्राक्ष हर किसी के लिए फायदेमंद है, बस इसे सही तरीके से धारण करना होगा।
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लेखक: शिवेंद्र गुरु जी
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रुद्राक्ष का महत्व से जुड़े सामान्य प्रश्न
क्या हर कोई रुद्राक्ष पहन सकता है?
हाँ, अपनी मर्जी से कोई भी व्यक्ति रुद्राक्ष धारण कर सकता है। बस उचित संख्या का रुद्राक्ष धारण करना होगा।
रुद्राक्ष कब पहनना चाहिए?
सोमवार या किसी शुभ तिथि को मंत्र जाप के साथ धारण करना सबसे अच्छा होता है।
क्या रुद्राक्ष को हमेशा पहन सकते हैं?
हाँ, लेकिन इसको शुद्धता के साथ पहनना चाहिए। स्नान, पूजा, और ध्यान के समय पहनना विशेष रूप से फायदेमंद है।
नकली रुद्राक्ष भी मिलते हैं?
हाँ, इसलिए रुद्राक्ष हमेशा किसी विश्वसनीय स्थान से ही खरीदना चाहिए।
रुद्राक्ष से ग्रह दोष भी नष्ट होते हैं?
हाँ, विशेष रूप से शनि, राहु और केतु दोष के लिए यह बहुत कारगर है।
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