कालसर्प दोष के उपाय – सम्पूर्ण मार्गदर्शन
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के प्रभाव को मानव जीवन पर गहरा माना गया है। जिस जन्म कुंडली […]
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के प्रभाव को मानव जीवन पर गहरा माना गया है। जिस जन्म कुंडली […]
भारतीय ज्योतिष में कालसर्प दोष को आमतौर पर अशुभ माना जाता है। यह तब होता है जब जन्म कुंडली में
ज्योतिष शास्त्र के आधार पर जन्म कुंडली में जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच पहुँच जाते हैं, तब
ज्योतिष शास्त्र में जहाँ सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं उस समय इसे कालसर्प दोष कहते
वैदिक ज्योतिष में कालसर्प दोष को बहुत ही शक्तिशाली और चुनौतीपूर्ण दोष जारी किया जाता है। यह तब टिकता है
भारतीय वेद और पुराणों में महामृत्युंजय मंत्र को बहुत ही प्रभावशाली और दिव्य मंत्र कहा गया है। इसे त्र्यंबक मंत्र
भारत की स भगवानब्धि भूमि पर कुछ दिव्य और शक्तिशाली ज्योतिर्लिंग शामिल हैं, जिनमें से एक है त्र्यंबकेश्वर मंदिर ।
ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष को काफी गंभीर और प्रभावशाली माना गया है। यह दोष उस समय बनता है जब
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कालसर्प दोष को बहुत शक्तिशाली और जीवन को प्रभावित करने वाला दोष किया गया है। जब
महाराष्ट्र की पठारी भूमि और सह्याद्रि श्रृंखला पर स्थित किले अपनी साहसिकता, इतिहास और विशिष्ट स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध